काला सागर के ऊपर रूसी जेट द्वारा मारा गया अमेरिकी निगरानी ड्रोन: अमेरिकी सेना
हाल की खबरों में, काला सागर के ऊपर एक रूसी जेट द्वारा एक अमेरिकी निगरानी ड्रोन को टक्कर मार दी गई थी। संयुक्त राज्य अमेरिका की सेना ने इस घटना की पुष्टि की है, और दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ रहा है। अमेरिकी सेना के अनुसार, जब रूसी जेट आया और जानबूझकर उससे टकराया, तब ड्रोन नियमित निगरानी कर रहा था। यह घटना दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को उजागर करने वाली घटनाओं की श्रृंखला में नवीनतम है।
घटना
अमेरिकी ड्रोन अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में नियमित निगरानी कर रहा था जब रूसी जेट ने उससे संपर्क किया। अमेरिकी सेना ने कहा कि रूसी जेट ने जानबूझकर ड्रोन से टकराने से पहले उसके पांच फीट के दायरे में उड़ान भरी थी। ड्रोन को काफी नुकसान हुआ, लेकिन यह अपने बेस पर लौटने में सक्षम था। घटना के बाद रूसी जेट अपने बेस पर लौट गया।
अमेरिकी सेना ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि यह रूसी सेना द्वारा एक असुरक्षित और अव्यवसायिक कार्य था। इस घटना ने दोनों देशों के बीच नए सिरे से तनाव पैदा कर दिया है, जो हाल के वर्षों में कई मुद्दों पर विवाद में रहे हैं।
अमेरिका और रूस के बीच तनाव
काला सागर पर हुई घटना अमेरिका और रूस के बीच बढ़ते तनाव का सिर्फ एक उदाहरण है। सीरिया में चल रहे संघर्ष, रूस द्वारा क्रीमिया पर कब्ज़ा करने और 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रूसी हस्तक्षेप के आरोपों सहित कई मुद्दों पर दोनों देशों के बीच मतभेद रहे हैं।
ब्रिटेन में एक पूर्व रूसी जासूस को ज़हर देने में कथित संलिप्तता के लिए अमेरिका ने रूस पर प्रतिबंध भी लगाए हैं। प्रतिबंधों का रूसी अर्थव्यवस्था पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है, और देश ने अमेरिका पर अपने स्वयं के प्रतिबंधों का प्रतिकार किया है।
दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के कारण इस क्षेत्र में सैन्य गतिविधियों में वृद्धि हुई है। दोनों पक्षों ने काला सागर और आसपास के क्षेत्रों में सैन्य अभ्यास किया है, और अमेरिका और रूसी सैन्य विमानों से जुड़ी कई घटनाएं हुई हैं।
अंतरराष्ट्रीय कानून
काला सागर पर हुई घटना अंतरराष्ट्रीय कानून और सैन्य बल के इस्तेमाल पर सवाल खड़े करती है। अंतर्राष्ट्रीय कानून आत्मरक्षा के मामलों को छोड़कर या संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की मंजूरी के अलावा किसी अन्य राष्ट्र के खिलाफ बल के प्रयोग पर रोक लगाता है।
अमेरिकी सेना ने कहा है कि ड्रोन अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में नियमित निगरानी कर रहा था और किसी भी कानून का उल्लंघन नहीं कर रहा था। हालाँकि, रूसी सेना ने अमेरिका पर क्षेत्र में अवैध निगरानी करने का आरोप लगाया है और कहा है कि ड्रोन रूसी सीमा के पास उड़ रहा था।
यह घटना अंतर्राष्ट्रीय जल और हवाई क्षेत्र में सैन्य बल के उपयोग को नियंत्रित करने वाले स्पष्ट दिशानिर्देशों और विनियमों की आवश्यकता पर प्रकाश डालती है। संयुक्त राष्ट्र ने दोनों पक्षों से संयम बरतने और ऐसी किसी भी कार्रवाई से बचने का आह्वान किया है जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है।
निष्कर्ष
काला सागर के ऊपर की घटना संयुक्त राज्य अमेरिका और रूस के बीच बढ़ते तनाव का ताजा उदाहरण है। हाल के वर्षों में दोनों देशों के बीच कई मुद्दों पर मतभेद रहे हैं, और इस घटना ने नए सिरे से तनाव पैदा कर दिया है।
अंतर्राष्ट्रीय जल और हवाई क्षेत्र में सैन्य बल का उपयोग एक जटिल मुद्दा है जिसके लिए स्पष्ट दिशानिर्देशों और विनियमों की आवश्यकता है। काला सागर पर हुई घटना स्थिति को और बढ़ने से रोकने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और संवाद की आवश्यकता पर प्रकाश डालती है।